ज्ञानार्णवतंत्र के अनुसार न्यास के प्रकार
न्यास कई प्रकार के होते है।
1. मातृका न्यास - १. अन्तर्मातृका न्यास २. बहिर्मातृका न्यास ३ संहारर्मातृका न्यास
2. देवता न्यास
3. तत्व न्यास
4. पीठ न्यास
5. कर न्यास
6. अंग न्यास
7. व्यापक न्यास
8. ऋष्यादि न्यास
इनके अतिरिक्त और भी बहुत से न्यास है, जिनके द्वारा हम अपने शरीर के असंतुलन को ठीक कर शरीर को देवतामय बना सकते है। सभी न्यास का एक विज्ञान है और यदि नियमपूर्वक किया जाय तो ये हमारे शरीर और अंत:करण को दिव्य बनाकर स्वयं ही अपनी महिमा का अनुभव करा देते है।
1 comment:
क्रिप्या दया कर बताये कि अलग अलग न्यास कैसे किया जाये
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